Odwara Encroachment Case News : राजस्थान हाईकोर्ट ने जालौर जिले के ओडवाड़ा गांव में अतिक्रमण हटाने पर रोक लगा दी है। गुरुवार को अतिक्रमण हटाने गई पुलिस को भारी विरोध का सामना करना पड़ा था। मामले ने सियासी रंग भी ले लिया था। कांग्रेस ने बीजेपी को जमकर घेरा। इस मामले में सरकार बैकफुट दिखाई दी।
जालोर हम छह भाई हैं साहब..मैं तीसरे नंबर का हूं। 30 साल पहले पापा ने यह प्लाट खरीदा था। बंटवारे में यह जमीन मेरे हिस्से आई। बेंगलुरु में कपड़े की दुकान पर 12 हजार रुपए की प्राइवेट नौकरी करता हूं। उसी में से थोड़ा-थोड़ा पैसा बचाकर जोड़ा था और यह मकान बनाया था। अगले एक डेढ़ महीने में यहां शिफ्ट करने वाला था। पूरी बस्ती में सिर्फ यही एक मकान है जिसे बुलडोजर ने पूरा ढहा दिया। अब तीन छोटे बच्चों को लेकर कहां जाऊंगा। आप बताओ। जालोर के ओडवाड़ा गांव में ऐसी कई कहानियां हैं। ये गांव चर्चा में है क्योंकि गुरुवार को यहां हाईकोर्ट के आदेश पर चारागाह भूमि पर बने अतिक्रमण को हटाया गया था। प्रशासन ने 70 मकानों की चारदीवारी, बाड़े और कच्चे पक्के ढांचे तोड़े। सिर्फ एक मकान पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया। यह मकान नैनसिंह (27) का था।
नैनसिंह 5 साल से कर्नाटक के बेंगलुरु में कपड़े की दुकान पर 12 हजार रुपए की नौकरी करता है। माता पिता ने 6 साल पहले बंटवारा कर दिया था। नैनसिंह के हिस्से में यह प्लाट आया था। इस पर वह मकान बनवा रहा था। एक डेढ़ महीने में वह गृह प्रवेश करने वाला था। गुरुवार को नैनसिंह के मकान का बिजली कनेक्शन काट दिया गया, चारदीवारी और दो कमरों का मकान प्रशासन ने पूरी तरह तोड़ दिया। नैनसिंह ने बताया- मकान का काम 6 महीने पहले शुरू किया था। अगले डेढ़ दो महीने में यह पूरी तरह तैयार होने वाला था। मेहनत की कमाई के 8 लाख रुपए इसे बनाने में लगा दिए। तीन बच्चों और पत्नी के साथ जल्दी ही यहां शिफ्ट होने का सोचा था। लेकिन कल (गुरुवार को) मकान को तहस नहस कर दिया। अब आप बताओ छोटे बच्चों को लेकर कहां जाऊं। रहने के लिए इसके अलावा कोई जगह मेरे पास नहीं है। अब तक भाई के घर में परिवार रह रहा था। इस भीषण गर्मी में बिना मकान के कोई कैसे रह सकता है। कहां जाएं, क्या करें, कुछ समझ नहीं आ रहा।
ओडवाड़ा में हाईकोर्ट के आदेश पर 35 एकड ओरण भूमि पर बने 268 मकानों को चिन्हित कर तोड़ने की कार्रवाई गुरुवार को की गई। जिला प्रशासन ने 70 मकानों की चारदीवारी और बाड़ों को गिराया। बिजली के 13 कनेक्शन काट दिए गए। इस दौरान जो तस्वीरें आईं वे भावुक करने वाली थी। कार्रवाई के खिलाफ हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। हाईकोर्ट ने कार्रवाई रोकने और बिजली कनेक्शन बहाल करने के आदेश जारी किए।