ब्रिटिश भारत का इतिहास : ब्रिटिश भारत का इतिहास पुस्तक, स्कॉटिश इतिहासकार, अर्थशास्त्री, राजनीतिक सिद्धांतकार और दार्शनिक जेम्स मिल ने लिखी थी. यह पुस्तक भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन पर आधारित है. मिल ने 1806 में इस पुस्तक की रचना शुरू की थी. उन्होंने अनुमान लगाया था कि इसे पूरा करने में लगभग सात साल लगेंगे, लेकिन इसे पूरा होने में बारह साल लगे. यह पुस्तक तीन खंडों में प्रकाशित हुई थी. इसे पहली बार 1817 में प्रकाशित किया गया था. यह पुस्तक तत्काल सफल रही और मिल के लिए “थोड़ी सी समृद्धि” सुनिश्चित की.
ब्रिटिश भारत का इतिहास में भारतीय इतिहास को तीन कालखंडों में विभाजित किया गया है: हिंदू, मुस्लिम, ब्रिटिश|
यह पुस्तक भारतीय इतिहास, धर्म, संस्कृति, कला, चरित्र और भारत में कानून पर है.
भारत के बारे में मुख्य इतिहास क्या है?
भारत का इतिहास कई सहस्र वर्ष पुराना माना जाता है. भारत का इतिहास सिंधु घाटी की सभ्यता के साथ शुरू हुआ. भारत के इतिहास की कुछ प्रमुख घटनाएं ये हैं:
- 2600-1900 ई. पू. के बीच हड़प्पा (सिंधु घाटी) सभ्यता
- 563 ई. पू.- सिद्धार्थ गौतम (बुद्ध) का जन्म
- 320 ई.- गुप्त साम्राज्य की स्थापना
- 1200 ई.- मुस्लिम सेनाएं उत्तरी भारत पर विजय प्राप्त कर बौद्ध धर्म का पतन करती हैं
- 1206 ई.- कुतुब-उद-दीन दिल्ली का सुल्तान बना
भारत के इतिहास को तीन भागों में बांटा जा सकता है:
- प्राचीन काल का इतिहास
- मध्य काल का इतिहास
- वर्तमान काल का इतिहास
इतिहास लिखने वाला कौन था?
ब्रिटिश भारत का इतिहास पुस्तक के लेखक जेम्स मिल थे. मिल का जन्म 1773 में हुआ था. वे स्कॉटिश इतिहासकार, अर्थशास्त्री, राजनीतिक सिद्धांतकार और दार्शनिक थे. उनका जन्म नॉर्थवाटर ब्रिज, फ़ोरफ़रशायर, स्कॉट में हुआ था. उनकी मृत्यु 23 जून, 1836 को लंदन, इंग्लैंड में हुई थी.