नर्मदा नहर परियोजना की केरिया वितरिका से निकलने वाली कुंडकी माइनर का टेल हिस्सा ओवरफ्लो होने के कारण 50 बीघा जमीन जलमग्न हो चुकी है। जिसके कारण खेतों में खड़ी किसानों की फसल चौपट हो गई है।
किसानों का कहना है कि नर्मदा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण माइनर रोजाना ओवरफ्लो हो जाता है। माइनर पर ध्यान रखने के लिए किसी भी कार्मिक को नहीं लगाया गया है।
किसानों की परेशानी:
- रूगनाथ पुनिया नामक किसान ने बताया कि माइनर ओवरफ्लो होने से उनकी 5 बीघा जमीन जलमग्न हो गई है।
- माइनर से निकलने वाले पानी ने खेतों में खड़ी फसल को चौपट कर दिया है।
- माइनर के ओवरफ्लो होने से कुंडकी से चितलवाना जाने वाला रास्ता बंद हो गया है।
नर्मदा विभाग का बयान:
नर्मदा नहर परियोजना के एसई श्रीफल मीणा ने बताया कि कुंडकी माइनर के ओवरफ्लो होने की जानकारी मिली है। उन्होंने कहा कि इस बार रेग्यूलेशन के टेंडर पूरे नहीं होने के कारण वितरिका स्तर पर गेट खोलने के लिए कार्मिक लगाए गए हैं, लेकिन छोटी माइनरों पर देखरेख के लिए इस बार आदमी नहीं लगाए गए हैं।