22 जनवरी को अयोध्या में होने वाली राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा जिसके लिए आज विश्व बड़ी और प्रसिद्ध पथमेड़ा गौशाला सांचौर से राम लला के अभिषेक के लिए वेदलक्षणा पंचगव्यामृत और दूध रवाना होने पर आज लोगों ने आदर सत्कार से स्वागत किया –
सांचौर में अयोध्या बने श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देशभर में उत्साह नजर आ रहा है। सांचौर में स्थापित विश्व की सबसे बड़ी गौशाला श्री गौधाम महातीर्थ पथमेड़ा न्यास से अयोध्यापुरी श्री राम मन्दिर प्राण प्रतिष्ठा में विराजमान श्रीरामलला सरकार के श्रीविग्रह को पंचगव्य महास्नान कराने के लिए 500 लीटर वेदलक्षणा पंचगव्यामृत, श्री सरयूजी में महादुग्धाभिषेक के लिए 1100 लीटर वेदलक्षणा गोदुग्धामृत भेजा गया है।
भारत समेत विश्व भर के राम भक्तों को 22 जनवरी का इंतजार है. इस दिन उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में रामलला का प्राण प्रतिष्ठा समारोह होने जा रहा है. इस समारोह को ऐतिहासिक बनाने के लिए अभूतपूर्व तैयारियां की गई हैं. न केवल पीएम नरेंद्र मोदी, बल्कि देश भर की कई चुनिंदा हस्तियां भी इस समारोह में मौजूद रहेंगी.
मंगलवार 16 जनवरी से लेकर 22 जनवरी तक यहां प्रतिदिन विशेष अनुष्ठान हो रहे है, जिसमे हम सभी सांचौर वासियों के लिए बड़ी ख़ुशी की बात है, आज चार रास्ता से राम लला के प्रतिष्ठा और अभिषेक के लिए वेदलक्षणा पंचगव्यामृत और दूध रवाना होता हुआ आगे बढ़ा
राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने कुछ समय पहले बताया था कि श्री राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा दिवस के मौके पर पीएम मोदी जनसभा को संबोधित करेंगे. मंदिर के सामने एक केंद्रीय शिखर और दो पार्श्व शिखरों तथा खुले मंच पर कुर्सियाँ लगाई जाएंगी. उन्होंने बताया कि 6000 कुर्सियां लगाई जाएंगी. पीएम मोदी, श्रीराम की प्रतिमा का नेत्र आवरण खोलेंगे और राम प्रतिमा को दूध से स्नान कराया जाएगा. लोग नई प्रतिमा के दर्शन को लेकर तो उत्साहित ही, साथ ही उनमें पुरानी प्रतिमा के प्रति भी अगाध श्रद्धा है और लोग इसके भी दर्शन करेंगे
इस वाहन के साथ गोपेश बाबा, बलदेव दास महाराज, सीताराम महाराज साथ अयोध्या गए है। इस अवसर पर नंद राम दास महाराज, विट्ठल कृष्ण महाराज, महंत रविंद्रा सरस्वती महाराज, सांवल दास महाराज केवला राम पुरोहित, प्रवीण पुरोहित, उदाराम वैष्णव, भाखरा राम बिश्नोई, नागजी राम चौधरी, गणपत पुरोहित, गोविंद पुरोहित, शंभूसिंह, ललित राजपुरोहित, विक्रम पुरोहित, गौतम पुरोहित, नारायण सिंह, जगदीश पुरोहित, श्रवणदास, अमृत व जितेंद्र सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।