सांचौर की ताज़ा ख़बर : नर्मदा नहर परियोजना के रतौड़ा वितरिका पर 1 किलोमीटर लंबाई में बना सायफन किसानों के लिए आफत बना हुआ है। सायफन से पानी का रिसाव होने के कारण आसपास के खेतों में पानी फैल गया है। जिससे किसानों के खेतों में खड़ी फसल चौपट हो रही है। किसान इस सायफन को ठीक करके रिसाव रोकने की मांग कर रहे हैं। मगर नर्मदा के अधिकारी किसानों की सुनवाई नहीं कर रहे हैं। जिसके कारण किसानों ने नर्मदा विभाग के अधिकारियों को जल्द रिसाव नहीं रोकने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
किसानों से वार्ता की
किसानों के विरोध को देखते हुए नर्मदा नहर परियोजना के कनिष्ठ अभियंता महेंद्र चौधरी भी सायफन पर पहुंचे और आक्रोश जता रहे किसानों से वार्ता की। जिसमें सायफन की साफ सफाई सहित रिसाव को रोकने का आश्वासन दिया। इस दौरान चौधरी ने बताया कि बिजली कटौती की वजह से कई बार वितरिका या माइनर ओवर फ्लो हो जाता है। जिसके कारण नहर टूटने का डर रहता है। इसके चलते पानी को लूणी नदी में छोड़ा जाता है, लेकिन रिसाव के कारण पानी खेतों में जा रहा है। उसको ठीक किया जाएगा।
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सायफन की एक बार भी नहीं हुई सफाई
किसानों ने बताया कि सायफन से पानी का रिसाव होकर पानी आसपास के खेतों में फेल रहा है। इससे किसानों के खेतों में खड़ी रबी की फसल बर्बाद हो रही हैं। उन्होंने बताया कि निर्माण करने के बाद सायफन की एक बार भी सफाई नहीं की गई है। ऐसे में अब मिट्टी का भराव होने से पानी आगे नहीं जाता है। वहीं लगातार पानी का भराव सायफन में होने के बाद रिसाव होकर पानी किसानों के खेतों की तरफ आता है। इसको जल्दी ठीक नहीं करवाया गया तो किसानों द्वारा आंदोलन किया जाएगा।