राजस्थान के सांचौर जिले के जोधवास गांव के रहने वाले हरचंद देवासी प्रतियोगी परीक्षाओं में टॉप रेंक लाया करता था। मगर तेजी से पैसे कमाने के लालच में वह डमी कैंडिडेट बन गया। जिसके चलते एसओजी ने उसे गिरफ्तार किया है।
हरचंद देवासी की कहानी:
हरचंद देवासी ने अपनी जिंदगी की शुरुआत बेहद गरीबी में निकाली, लेकिन वह पढ़ाई में मेघावी था। जिसके चलते एक एक करके पांच परीक्षाओं में चयन हुआ। जिसमें तीन परीक्षाओं में राजस्थान में टॉप तीन से चयन हुआ था।
डमी कैंडिडेट बनने का सिलसिला:
हरचंद देवासी ने अपनी मेधा का गलत इस्तेमाल करते हुए तेजी से पैसे कमाने के लिए डमी कैंडिडेट बनने का कार्य शुरू कर दिया। वह परीक्षा में बैठने वाले असली उम्मीदवारों के बदले में परीक्षा देता था और उन्हें नौकरी दिलवाने के बदले में उनसे मोटी रकम वसूलता था।
SOG द्वारा गिरफ्तारी:
दौसा का रहने वाला डालूराम मीणा भी हरचंद की वजह से ही एसआई बना था। एसओजी ने डालूराम मीणा को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी और उसकी पूछताछ के दौरान हरचंद का नाम सामने आया। जिसके बाद एसओजी ने हरचंद देवासी को भी गिरफ्तार कर लिया।
हरचंद देवासी पूर्व में भी फर्जी परीक्षा के मामले में गिरफ्तार हो चुका है। वह जमानत पर बाहर आया था और फिर से डमी कैंडिडेट बनने का कार्य शुरू कर दिया था।