सांचौर न्यूज़ : नर्मदा नहर परियोजना की पनोरिया वितरिका पंप स्टेशन के पास बनाया गया एस्केप चैनल बंद करने की मांग को लेकर किसानों का धरना चौथे दिन भी जारी रहा। इस दौरान नर्मदा विभाग के अधीक्षण अभियंता श्रीफल मीणा सहित नर्मदा के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और किसानों से वार्ता की, लेकिन किसानों ने धरना जारी रखा।
इस वार्ता के दौरान किसान गंगा राम ने बताया कि नर्मदा विभाग के अधिकारियों को पानी बंद करने को लेकर कहते हैं तो बात सुनने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि लगातार छोड़ रहे पानी को लेकर नर्मदा विभाग के अधिकारियों को कॉल करते हैं तो अधिकारी किसानों के नंबर ब्लेक लिस्ट में डाल देते हैं।
किसानों ने बताया कि हमारे खातेदारी जमीन में पिछले 15 साल से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। जिसके कारण पिछले एक दशक से 900 बीघा किसानों की जमीन जलमग्न होकर दलदल का रूप ले चुकी है। इस पर अधिकारियों ने शुक्रवार को जेईएन से सर्वे करवाने का आश्वासन दिया। इस दौरान नर्मदा के अधिकारी व किसान मौजूद रहे।
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स्थायी समाधान निकालने की मांग
नर्मदा विभाग के अधिकारियों को किसानों ने बताया कि जिस जगह एस्केप चैनल बनाया गया है। वहां पर किसानों की खातेदारी जमीन है जो पानी में बर्बाद हो चुकी है। धीरे-धीरे पानी की मात्रा बढ़ने के साथ आसपास की जमीन भी लवणीय होती जा रही है। ऐसे में इस समस्या का स्थाई समाधान निकाला जाए, अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो किसानों द्वारा आंदोलन किया जाएगा। किसानों ने बताया कि नर्मदा विभाग नहर का निर्माण कर पानी को स्थाई तौर पर लूनी नदी में छोड़े। जिससे किसानों की समस्या का समाधान हो जाएगा।
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