Rajasthan Weather Update : प्रदेश में मौसम ने बुधवार को अचानक आए पलटा खाया, जिससे सर्दी का अहसास बढ़ गया। बुधवार को राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के 15 से ज्यादा जिलों में बादल छाए रहे। जयपुर में न्यूनतम पारा 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यहां दिनभर सूर्य की बादलों के बीच चली लुकाछिपी ने सर्दी का अहसास कराया। इधर, मौसम विभाग ने 22 दिसंबर को कुछ जिलों में बारिश की संभावना जताई है।
मौसम विभाग के अनुसार 22 दिसंबर से एक हल्के प्रभाव का वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव होगा। इससे बीकानेर, जोधपुर संभाग के अलावा शेखावाटी एरिया में हल्की बारिश हो सकती है। शेखावाटी की बात की जाए तो यहां सीकर के फतेहपुर में पारा 0.5 डिग्री पर पहुंच गया, जिससे पेड़ पौधों व गाडियों पर ओस की बूंदे जमी हुई दिखी। यहां पारे में गिरावट के चलते ठंड बढ़ गई है। चूरू में न्यूनतम तापमान गिरकर 3.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। गुरुवार को तापमान के और भी कम होने की संभावना है।
इन जिलों में छाए बादल, बढ़ी ठंड
मौसम विभाग के अनुसार अरब सागर में बने एक वेदर सिस्टम के कारण जोधपुर, उदयपुर और अजमेर संभाग में बुधवार को बादल छाए रहे। इसके अलावा सिरोही, बाड़मेर, पाली, राजसमंद, भीलवाड़ा, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, जालोर, टोंक व सवाई माधोपुर में दिनभर सूर्य बादलों की ओट में छिपा रहा। धौरों में धूजणी छुड़ाने वाली सर्दी हो गई है। विशेषज्ञों के मुताबिक उत्तर भारत से वेस्टर्नडिस्टर्बेंस आगे निकल जाने के कारण पहाड़ों से सीधी हवा मैदानी राज्यों में आ रही है।
कल कई राज्यों में बारिश की संभावना
जयपुर मौसम केंद्र के डायरेक्टर राधेश्याम शर्मा के अनुसार 22 दिसंबर से एक हल्के प्रभाव का वेस्टर्नडिस्टर्बेंस राज्य पर एक्टिव होगा। इसका असर जोधपुर, बीकानेर संभाग के अलावा शेखावाटी में सीकर, झुंझुनूं में भी देखने को मिलेगा। इन जिलों में 22 व 23 दिसंबर को आसमान में बादल छा सकते हैं और कहीं-कहीं हल्की बारिश भी हो सकती है।
मौसमी बीमारियों के बढ़ रहे मरीज
मौसम में बदलाव का खासा असर दिखाई दे रहा है। लोग खांसी, जुकाम, बुखार जैसी मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। एसएमएस अस्पताल में मरीजों की लंबी कतारें लगी है। इसके साथ जयपुरिया अस्पताल, कांवटिया अस्पताल, सेटेलाइट अस्पताल व अन्य अस्पतालों मे भी मरीजों की कतारें देखी जा सकती हैं। इसके साथ ही बच्चे भी वायरल डिजीज की चपेट में आ रहे हैं।
जेके लोन अस्पताल में खांसी-जुकाम, निमोनिया, पसली चलना व डायरिया के मरीज बढ़ रहे हैं। डॉक्टरों के अनुसार पहले जुकाम-खांसी के मरीज 2 से 3 दिन में स्वस्थ हो रहे थे। वहीं अब ठीक होने में करीब 2 सप्ताह का समय लग रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार तापमान में कमी के साथ ही वायरस का असर और प्रदूषण युक्त वातावरण के कारण मरीज को स्वस्थ होने में अधिक समय लग रहा है।